सामान्य निप्पल की समस्याएं और उनके कारण

सामान्य निप्पल की समस्याएं और उनके कारण

निप्पल की समस्याएं और उनके कारण

हर को निपल समस्या का सामना कभी न कभी करना पड़ता है, लेकिन सही जानकारी नहीं होने के कारण, निप्पल की समस्या का इलाज नहीं कर पाती। चलियें जानते हैं कि निप्पल में किस तरह की समस्या हो सकती है और निप्पल की समस्या का इलाज कैसे करें! निप्पल समस्या में डिस्चार्ज, दर्द और खुजली आम बात हैं जो किसी को भी प्रभावित कर सकता हैं।


निप्पल की समस्याओं से व्यक्ति में समय-समय पर असुविधा हो सकती है, लेकिन अधिकांश कारण गंभीर नहीं होते हैं। कुछ लक्षण, हालांकि, एक अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थिति का संकेत दे सकते हैं।


निप्पल की समस्याओं के लक्षण शामिल हो सकते हैं:


  • निपल्स से रिसाव, जिसमें दूधिया हरा, पीला या भूरा तरल पदार्थ निकलता है

  • निपल्स में जलन या खुजली होना

  • निपल्स का फटना या रक्तस्राव होना 

  • निपल्स में सुजन होना और दर्द होना 

  • निपल्स के आकार बादलाव

  • निप्पल के आस-पास के क्षेत्र में परिवर्तन[1]


निपल समस्याओं का कारण

निप्पल समस्याओं के कारण निम्न हो सकते हैं जैसे: -


  • गर्भावस्था

  • छोटे नॉन-कैंसर युक्त गाँठ

  • हाईपोथायरोइडिज्म

  • एकटैशिया 

  • स्तन में चोट

  • निप्पल में संक्रमण


कुछ अन्य तरह के बीमारियों जो निप्पल समस्या का कारण हो सकती है : -


जॉगर्स निप्पल 

आमतौर पर एथलीटों को जॉगर्स निप्पल की समस्या से जूझना पड़ता है। ऐसा तब होता हैं, जब आप शारीरिक गति विधि कर रहे हो तो आपका निप्पल कपड़ों की रगड़ा कर ये जख़्मी हो जाता है, जिससे खून निकालने लगता है। इसे जॉगर्स निप्पल कहते हैं।


पेजेट की बीमारी मे निप्पल की समस्या 

पेजेट की बीमारी स्तन कैंसर का ही एक दुर्लभ रूप होता है। यह बीमारी महिलाओं में ज्यादा पाई गई है पर कुछ मामलों में पुरुष भी इस बीमारी से ग्रस्त हो सकते हैं। इस बीमारी में कैंसर की कोशिकाएं निप्पल के अंदर चारों तरफ वाली त्वचा में फैल जाती हैं। पेजेट की बीमारी के समय यह लक्षण पाएं जाते हैं जैसे खुजली झुनझुनी, निप्पल का रंग लाल ही जाना, निप्पल के चारों ओर परतदार, पपड़ीदार या मोटी त्वचा यह सभी लक्षण दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें।


निप्पल में संक्रमण

निप्पल के आस-पास की त्वचा का मोटा होना, पपड़ी का जमना, निप्पल से रिसाव का होना इत्यादि निप्पल में संक्रमण का संकेत होता है।


निप्पल डिस्चार्ज होना

निप्पल डिस्चार्ज कई महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है। लेकिन डिस्चार्ज जो केवल तब होता है जब निप्पल और स्तन निचोड़ा जाता है, चिंता का कारण नहीं हो सकता है। निप्पल डिस्चार्ज होने पर कैंसर का खतरा एकमात्र लक्षण काफी कम होता है।


डिस्चार्ज के साथ एक गांठ आपके स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के लिए प्राथमिक चिंता का विषय हो सकता हैं। इस दौरान स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्तन के नीचे एक गांठ और निर्वहन का अनुभव हो सकता है। यह लैक्टेशनल मास्टिटिस के कारण हो सकता है जो मवाद से भरे संक्रमण के साथ होता है।


गैलेक्टोरिआ दोनों निपल्स से एक दूधिया रिसाव है, जब एक महिला स्तनपान नहीं करवा रही हो। यह अक्सर हार्मोन प्रोलैक्टिन में वृद्धि के कारण होता है, जो दूध का उत्पादन करता है। यह एस्ट्रोजेन की उच्च खुराक के कारण हो सकता है। जिन महिलाओं में यह अक्सर अनियमित मासिक धर्म होता है। या फिर उनके पीरियड्स रुक गए होते हैं। कुछ मामलों में, गैलेक्टोरिया एक पिट्यूटरी ग्रंथि के ट्यूमर के कारण हो सकता है। निप्पल डिस्चार्ज जो एक सामान्य नॉनकैंसर स्तन की स्थिति के कारण होता है, निप्पल को अन्य उपचारों के बीच रखकर साफ किया जा सकता है। संक्रमण के कारण होने वाले निप्पल डिस्चार्ज के लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है।[2]


निप्पल की समस्याओं के आधार पर उपचार


निप्पल संक्रमण

आपके डॉक्टर ब्रैस्ट संक्रमण का कारण जानकर आपके लिए जरुरी दवाइयों को दे सकते हैं। जैसे की यदि निप्पल संक्रमण का कारण बैक्टीरियल इन्फेक्शन है तो चिकित्सक आपको एंटी-बीयोटिक्स दे सकते हैं।


कैंसर रहित छोटा ट्यूमर

यदि आपके स्तन में गाँठ है जो कि कैंसर नहीं है तो डॉक्टर इसे निकालने की राय नहीं देते हैं क्योंकि इस की तरह की गाँठ बेनिंग होती है, इससे शरीर को कोई हानी नहीं पहुँचता है। इस परिस्थिति में डॉक्टर आपको नियमित चेकअप के लिए लगातार बुला सकते हैं, इस दौरान वह ब्रेस्ट की गांठ पर नियमित निगरानी करतें हैं।


एक्टासिया 

एक्टासिया या दूध नलियों में सूजन वैसे तो आम स्थिति है और ये खुद ही ठीक हो जाती है, लेकिन यदि यह अपने आप ठीक नहीं हो रही तो आपके डॉक्टर सर्जरी द्वारा सूजी हुई दूध नलिकाओं को निकलवाने की सलाह दे सकतें हैं।


इसके अलावा गरम सेंक या मालिश से भी आपको ब्रेस्ट पेन और निप्पल की समस्याओं में आराम मिलेगा।


गर्म सेंक 

अगर निप्पल में दर्द और सूजन हो रहा हो, तो गर्म सेंक से इसमें राहत मिलता है।


मस्टेक्टॉमी

निप्पल में पैजेट की बीमारी के इलाज़ के लिए मस्टेक्टॉमी तकनीक से किया जा सकता है। यह एक तरह की सर्जरी है जिसके जरिये प्रभावित स्तन को हटाया जाता है।

ब्रेस्ट की बीमारी और निप्पल की समस्याओं के इलाज के लिए बाज़ार में कई प्रकार की दवाइयाँ उपलब्ध है लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के आपको उन दवाइयों का सेवन नहीं करना चाहिए।


निप्पल के समस्या के इलाज के लिए डॉक्टर को कब मिलें 


निप्पल के समस्या के इलाज के लिए दवाइयों के अलावा गरम सेक से काफी आराम मिलाता है। डॉक्टर निप्पल समस्या के कारण को जानकर निप्पल की समस्या के इलाज का सुझाव देते हैं।

लोगों को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए अगर उन्हें इसकी शिकायत हो तो:


  • निप्पल डिस्चार्ज जब वे स्तनपान नहीं कर रही हो

  • निपल की असुविधा जो कुछ दिनों से अधिक समय तक रहती है

  • स्तन में एक गांठ का महसूस होना 

  • निप्पल निर्वहन होंना

  • निप्पल के आसपास की त्वचा में परिवर्तन

  • स्तन दर्द 

  • निप्पल निर्वहन के साथ संक्रमण के संकेत, बुखार या ठंड लगना

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